| トップページ | P-WORLDとは | ご利用案内 | 会社案内 |
返信元の記事
【2899】

RE:【黒猫倶楽部】〜ミステリを語りません

ゴールデンゼウス (2010年07月14日 23時39分)
メルカトルさん、こんばんは。

>私も、もう少しポジティブに物事を考える習慣を身につける方向に自分をもって行きたいと思います。

あまり頭で先行して考え出すと、どうしても最初の1歩は重たくなります。 私はとりあえず踏み出してから考えるようにしてます。 1歩だけなら、ダメならすぐに戻れますからね。

>まさにそれに似た記述がある短編に出てきます。
>ホラーですから不条理な面を描く事もできたと思いますが、作者は罪を犯した者はそれなりの報いが待っているのだと読者に伝えたかったのかもしれませんね。

それだけ多くの人が、何かが間違っていると思う世の中が悪いのでしょうが、かといってそれを実行してしまうと、罪に問われるし・・難しいですね。

本日、「長い腕」読み終わりました。
かなり意外な人物が犯人でした。そしてこの物語にはもう一つ大きな要素があります。 それは家です。
これを読んだ後は、気軽に家の増改築が出来なくなりそうです。 

作者が言いたかったことは、人間と家の「歪み」かなと思いました。 ミステリとしては、王道ではないですが、着眼点と発想が相当柔軟な感じを受けました。
私的には良かったと思います。

それと、本日からお勧めの「夜市」に入りました。

>二編とも、いやこの短編集全体に言える事ですが、結末がすっきりした形で迎えることなくほとんどが終わってしまいます。

メルカトルさんとしては、やや物足りないといったところですか。


■ 9,999件の投稿があります。
1000  999  998  997  996  995  994  993  992  991  990  989  988  987  986  985  984  983  982  981  980  979  978  977  976  975  974  973  972  971  970  969  968  967  966  965  964  963  962  961  960  959  958  957  956  955  954  953  952  951  950  949  948  947  946  945  944  943  942  941  940  939  938  937  936  935  934  933  932  931  930  929  928  927  926  925  924  923  922  921  920  919  918  917  916  915  914  913  912  911  910  909  908  907  906  905  904  903  902  901  900  899  898  897  896  895  894  893  892  891  890  889  888  887  886  885  884  883  882  881  880  879  878  877  876  875  874  873  872  871  870  869  868  867  866  865  864  863  862  861  860  859  858  857  856  855  854  853  852  851  850  849  848  847  846  845  844  843  842  841  840  839  838  837  836  835  834  833  832  831  830  829  828  827  826  825  824  823  822  821  820  819  818  817  816  815  814  813  812  811  810  809  808  807  806  805  804  803  802  801  800  799  798  797  796  795  794  793  792  791  790  789  788  787  786  785  784  783  782  781  780  779  778  777  776  775  774  773  772  771  770  769  768  767  766  765  764  763  762  761  760  759  758  757  756  755  754  753  752  751  750  749  748  747  746  745  744  743  742  741  740  739  738  737  736  735  734  733  732  731  730  729  728  727  726  725  724  723  722  721  720  719  718  717  716  715  714  713  712  711  710  709  708  707  706  705  704  703  702  701  700  699  698  697  696  695  694  693  692  691  690  689  688  687  686  685  684  683  682  681  680  679  678  677  676  675  674  673  672  671  670  669  668  667  666  665  664  663  662  661  660  659  658  657  656  655  654  653  652  651  650  649  648  647  646  645  644  643  642  641  640  639  638  637  636  635  634  633  632  631  630  629  628  627  626  625  624  623  622  621  620  619  618  617  616  615  614  613  612  611  610  609  608  607  606  605  604  603  602  601  600  599  598  597  596  595  594  593  592  591  590  589  588  587  586  585  584  583  582  581  580  579  578  577  576  575  574  573  572  571  570  569  568  567  566  565  564  563  562  561  560  559  558  557  556  555  554  553  552  551  550  549  548  547  546  545  544  543  542  541  540  539  538  537  536  535  534  533  532  531  530  529  528  527  526  525  524  523  522  521  520  519  518  517  516  515  514  513  512  511  510  509  508  507  506  505  504  503  502  501  500  499  498  497  496  495  494  493  492  491  490  489  488  487  486  485  484  483  482  481  480  479  478  477  476  475  474  473  472  471  470  469  468  467  466  465  464  463  462  461  460  459  458  457  456  455  454  453  452  451  450  449  448  447  446  445  444  443  442  441  440  439  438  437  436  435  434  433  432  431  430  429  428  427  426  425  424  423  422  421  420  419  418  417  416  415  414  413  412  411  410  409  408  407  406  405  404  403  402  401  400  399  398  397  396  395  394  393  392  391  390  389  388  387  386  385  384  383  382  381  380  379  378  377  376  375  374  373  372  371  370  369  368  367  366  365  364  363  362  361  360  359  358  357  356  355  354  353  352  351  350  349  348  347  346  345  344  343  342  341  340  339  338  337  336  335  334  333  332  331  330  329  328  327  326  325  324  323  322  321  320  319  318  317  316  315  314  313  312  311  310  309  308  307  306  305  304  303  302  301  300  299  298  297  296  295  294  293  292  291  290  289  288  287  286  285  284  283  282  281  280  279  278  277  276  275  274  273  272  271  270  269  268  267  266  265  264  263  262  261  260  259  258  257  256  255  254  253  252  251  250  249  248  247  246  245  244  243  242  241  240  239  238  237  236  235  234  233  232  231  230  229  228  227  226  225  224  223  222  221  220  219  218  217  216  215  214  213  212  211  210  209  208  207  206  205  204  203  202  201  200  199  198  197  196  195  194  193  192  191  190  189  188  187  186  185  184  183  182  181  180  179  178  177  176  175  174  173  172  171  170  169  168  167  166  165  164  163  162  161  160  159  158  157  156  155  154  153  152  151  150  149  148  147  146  145  144  143  142  141  140  139  138  137  136  135  134  133  132  131  130  129  128  127  126  125  124  123  122  121  120  119  118  117  116  115  114  113  112  111  110  109  108  107  106  105  104  103  102  101  100  99  98  97  96  95  94  93  92  91  90  89  88  87  86  85  84  83  82  81  80  79  78  77  76  75  74  73  72  71  70  69  68  67  66  65  64  63  62  61  60  59  58  57  56  55  54  53  52  51  50  49  48  47  46  45  44  43  42  41  40  39  38  37  36  35  34  33  32  31  30  29  28  27  26  25  24  23  22  21  20  19  18  17  16  15  14  13  12  11  10  9  8  7  6  5  4  3  2  1 
【2902】

RE:【黒猫倶楽部】〜ミステリを語りません  評価

メルカトル (2010年07月15日 23時21分)

ゴールデンゼウスさん、こんばんは。

>あまり頭で先行して考え出すと、どうしても最初の1歩は重たくなります。 私はとりあえず踏み出してから考えるようにしてます。 1歩だけなら、ダメならすぐに戻れますからね。

とても参考になるご意見ですね。
その一歩がなかなか踏み出せない場合も実際多いですが、何事も頭で考えているだけでは答えは得られませんからねぇ。
それなりのバイタリティが必要となってくるでしょうが、私も少しでも前向きな姿勢でとにかく一歩前に出る事を心がけたいと思います。

>それだけ多くの人が、何かが間違っていると思う世の中が悪いのでしょうが、かといってそれを実行してしまうと、罪に問われるし・・難しいですね。

『水銀虫』に関して言えば、どの主人公も世間と上手く折り合えないとか、そういったある意味まともな理由で罪を犯したわけではないのです。
ほとんどの短編が自分の身勝手さから、犯罪を犯していますので感情移入はとても出来ません。
たまにはそういった根本から暗いホラーも悪くないとは思いましたね。

>メルカトルさんとしては、やや物足りないといったところですか。

まあそうですね、物足りないと言うより、暗くても良いから決着をきっちり着けて欲しかった、という願望はありますよ。
最後で置き去りにされた感はどうしても拭えません、ですからそれが後味の悪さに繋がっているんでしょうね。

>作者が言いたかったことは、人間と家の「歪み」かなと思いました。 ミステリとしては、王道ではないですが、着眼点と発想が相当柔軟な感じを受けました。
>私的には良かったと思います。

まずまずの高評価のようで、良かったですね。
本日、書店によりましたが、この作品は見当たりませんでした。
この次はもう少しよく探してみます。

さて私は本日より「粘膜シリーズ」第3弾、飴村行氏の『粘膜兄弟』を読み始めました。
これもやはり戦時下の日本が舞台で、ふぐり豚の養豚を生業としている双子の兄弟が主人公のようです。
あらすじなどは明日以降にまた書きたいと思います。

『夜市』楽しく読んでいただけると良いのですが。

ではまた ^^
1000  999  998  997  996  995  994  993  992  991  990  989  988  987  986  985  984  983  982  981  980  979  978  977  976  975  974  973  972  971  970  969  968  967  966  965  964  963  962  961  960  959  958  957  956  955  954  953  952  951  950  949  948  947  946  945  944  943  942  941  940  939  938  937  936  935  934  933  932  931  930  929  928  927  926  925  924  923  922  921  920  919  918  917  916  915  914  913  912  911  910  909  908  907  906  905  904  903  902  901  900  899  898  897  896  895  894  893  892  891  890  889  888  887  886  885  884  883  882  881  880  879  878  877  876  875  874  873  872  871  870  869  868  867  866  865  864  863  862  861  860  859  858  857  856  855  854  853  852  851  850  849  848  847  846  845  844  843  842  841  840  839  838  837  836  835  834  833  832  831  830  829  828  827  826  825  824  823  822  821  820  819  818  817  816  815  814  813  812  811  810  809  808  807  806  805  804  803  802  801  800  799  798  797  796  795  794  793  792  791  790  789  788  787  786  785  784  783  782  781  780  779  778  777  776  775  774  773  772  771  770  769  768  767  766  765  764  763  762  761  760  759  758  757  756  755  754  753  752  751  750  749  748  747  746  745  744  743  742  741  740  739  738  737  736  735  734  733  732  731  730  729  728  727  726  725  724  723  722  721  720  719  718  717  716  715  714  713  712  711  710  709  708  707  706  705  704  703  702  701  700  699  698  697  696  695  694  693  692  691  690  689  688  687  686  685  684  683  682  681  680  679  678  677  676  675  674  673  672  671  670  669  668  667  666  665  664  663  662  661  660  659  658  657  656  655  654  653  652  651  650  649  648  647  646  645  644  643  642  641  640  639  638  637  636  635  634  633  632  631  630  629  628  627  626  625  624  623  622  621  620  619  618  617  616  615  614  613  612  611  610  609  608  607  606  605  604  603  602  601  600  599  598  597  596  595  594  593  592  591  590  589  588  587  586  585  584  583  582  581  580  579  578  577  576  575  574  573  572  571  570  569  568  567  566  565  564  563  562  561  560  559  558  557  556  555  554  553  552  551  550  549  548  547  546  545  544  543  542  541  540  539  538  537  536  535  534  533  532  531  530  529  528  527  526  525  524  523  522  521  520  519  518  517  516  515  514  513  512  511  510  509  508  507  506  505  504  503  502  501  500  499  498  497  496  495  494  493  492  491  490  489  488  487  486  485  484  483  482  481  480  479  478  477  476  475  474  473  472  471  470  469  468  467  466  465  464  463  462  461  460  459  458  457  456  455  454  453  452  451  450  449  448  447  446  445  444  443  442  441  440  439  438  437  436  435  434  433  432  431  430  429  428  427  426  425  424  423  422  421  420  419  418  417  416  415  414  413  412  411  410  409  408  407  406  405  404  403  402  401  400  399  398  397  396  395  394  393  392  391  390  389  388  387  386  385  384  383  382  381  380  379  378  377  376  375  374  373  372  371  370  369  368  367  366  365  364  363  362  361  360  359  358  357  356  355  354  353  352  351  350  349  348  347  346  345  344  343  342  341  340  339  338  337  336  335  334  333  332  331  330  329  328  327  326  325  324  323  322  321  320  319  318  317  316  315  314  313  312  311  310  309  308  307  306  305  304  303  302  301  300  299  298  297  296  295  294  293  292  291  290  289  288  287  286  285  284  283  282  281  280  279  278  277  276  275  274  273  272  271  270  269  268  267  266  265  264  263  262  261  260  259  258  257  256  255  254  253  252  251  250  249  248  247  246  245  244  243  242  241  240  239  238  237  236  235  234  233  232  231  230  229  228  227  226  225  224  223  222  221  220  219  218  217  216  215  214  213  212  211  210  209  208  207  206  205  204  203  202  201  200  199  198  197  196  195  194  193  192  191  190  189  188  187  186  185  184  183  182  181  180  179  178  177  176  175  174  173  172  171  170  169  168  167  166  165  164  163  162  161  160  159  158  157  156  155  154  153  152  151  150  149  148  147  146  145  144  143  142  141  140  139  138  137  136  135  134  133  132  131  130  129  128  127  126  125  124  123  122  121  120  119  118  117  116  115  114  113  112  111  110  109  108  107  106  105  104  103  102  101  100  99  98  97  96  95  94  93  92  91  90  89  88  87  86  85  84  83  82  81  80  79  78  77  76  75  74  73  72  71  70  69  68  67  66  65  64  63  62  61  60  59  58  57  56  55  54  53  52  51  50  49  48  47  46  45  44  43  42  41  40  39  38  37  36  35  34  33  32  31  30  29  28  27  26  25  24  23  22  21  20  19  18  17  16  15  14  13  12  11  10  9  8  7  6  5  4  3  2  1 
メンバー登録 | プロフィール編集 | 利用規約 | 違反投稿を見付けたら